MP Board Exam 2020: लॉकडाउन खत्म होने के 10 दिन के भीतर होगी परीक्षा

| News18Hindi Updated: May 10, 2020, 12:31 PM IST
लॉकडाउन के कारण परीक्षाओं को बीच में ही रोकना पड़ा था.
भोपालः देश में लंबे समय से चल रहे लॉकडाउन के बीच मध्य प्रदेश बोर्ड ने बची हुई परीक्षाओं को करवाने की कवायद शुरू कर दी है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,सीबीएसई (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तारीखों की घोषणा कर दी है. लेकिन मध्यप्रदेश में एमपी बोर्ड के स्टूडेंट की तारीखों की घोषणा अब तक नहीं हुई है. कोरोना वायरस के दौर में बोर्ड परीक्षाएं क्या सोशल डिस्टेंसिंग के दायरे में होंगी या फिर परीक्षा कराने को लेकर एमपी बोर्ड के सामने किस तरह की चुनौतियां होंगी. बदले हुए हालातों में सुरक्षा के लिहाज से एग्जाम सेंटर्स में भी बदलाव देखने को मिलेगा.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होगी परीक्षा-
एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की होने वाली परीक्षा में इस बार सबसे महत्वपूर्ण होगा सोशल डिस्टेंसिंग. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं को बैठाने की व्यवस्था की जाएगी. अब तक एक क्लास में 20 स्टूडेंट परीक्षा के लिए बैठा करते थे. वहीं अब बदले हुए हालातों में एक क्लास में 8 से 10 स्टूडेंट को बिठाकर परीक्षा ली जाने की तैयारी है. एक क्लास में 8 से 10 स्टूडेंट के बैठने के चलते परीक्षा केंद्रों की संख्या भी तीन से चार गुना बढ़ाने की तैयारी एमपी बोर्ड को करनी पड़ेगी.
परीक्षा केंद्रों पर होगी छात्रों की स्क्रीनिंग-परीक्षा केंद्रों पर छात्रों की स्क्रीनिंग की जाएगी. स्क्रीनिंग कर छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्र में एंट्री कराई जाएगी. परीक्षा केंद्र में पेपर देने से पहले छात्र-छात्राओं के सैनिटाइज करने की व्यवस्था होगी. स्टूडेंट सैनिटाइजर से हाथ साफ करेंगे तो वही पेपर देने के बाद एक बार फिर से छात्र-छात्राओं को सैनिटाइज किया जाएगा. परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइजर के साथी हाथ धुलने के लिए अलग-अलग साबुन की भी व्यवस्था की जाएगी.
10वीं और 12वीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी-
एमपी बोर्ड में दसवीं और बारहवीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. बोर्ड एग्जाम में 3542 सेंटर बनाए गए थे. अब सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा होने पर परीक्षा केंद्र की संख्या दोगुनी करनी होगी. भिंड,मुरैना,श्योपुर,रीवा सहित 9से 10 जिलों में विशेष सतर्कता रखनी होगी.
एग्जाम कराने में बोर्ड के सामने चुनौतियां-
परीक्षा कराने को लेकर एमपी बोर्ड के सामने तीन बड़ी चुनौतियां भी है जिनको ध्यान में रखकर परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल कराना होगा. पहले तो एक सेंटर को तीन सेंटर में तोड़ना होगा. इन सभी परीक्षा केंद्रों को एक किलोमीटर के दायरे में ही रखना होगा, ताकि स्टूडेंट और अभिभावकों को परेशान ना होना पड़े. परीक्षा केंद्र को तीन केंद्रों में बदलने से पहले स्टूडेंट को मैसेज भी करना होगा, ताकि वो भटके नहीं.
स्टूडेंट और स्टाफ को सेनेटाइज करने की व्यवस्था करनी ताकि स्टूडेंट और टीचर्स एक दूसरे के संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त रहें. तीसरी सबसे बड़ी चुनौती है जो स्टूडेंट अपने माता-पिता के साथ माइग्रेट हुए हैं वो परीक्षा में कैसे शामिल होंगे. रीवा,सतना, सीधी शहडोल के माइग्रेट परिवारों के छात्र छात्राओं कैसे परीक्षा करने की व्यवस्था करानी होगी वही चौथी चुनौती बोर्ड के सामने यह भी होगी कि स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी स्टूडेंट का टेंपरेचर ज्यादा होता है तो उसके बैठने की व्यवस्था में अचानक ऐसे बदलाव किया जाएगा.
लॉक डाउन खत्म होने के 10 दिन के भीतर होंगी स्थगित पेपर की परीक्षाएं-
एमपी बोर्ड के सचिव अनिल शुचारी ने साफ किया है कि 10वीं और 12वीं के स्थगित पेपर की परीक्षाएं लॉक डाउन खत्म होने के 10 दिन के भीतर कराई जाएंगी. छात्र-छात्राओं को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर नंबर नहीं दिए जाएंगे. परीक्षा कराने को लेकर बोर्ड की तैयारियां पूरी है. लॉक डाउन खत्म होने का इंतजार है जैसे ही लॉक डाउन खत्म होगा, 10 दिन के भीतर परीक्षाएं आयोजित करा ली जाएंगी.
10वी-12वी में इन मुख्य विषयों की होनी है परीक्षा-
10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 02 और 03 मार्च से शुरू हुई थीं. 19 मार्च तक पेपर हो सके थे. 21 मार्च से लॉक डाउन के बाद से जो पेपर स्थगित है जिन की परीक्षा ली जानी है, उनमें बायोलॉजी, हायर मैथमेटिक्स, केमिस्ट्री,अर्थशास्त्र भूगोल, राजनीति, शास्त्र, बुक कीपिंग एवं अकाउंटेंसी, व्यवसायिक अर्थशास्त्र (यानी बिजनेस इकोनॉमिक्स) क्रॉप प्रोडक्शन एंड हॉर्टिकल्चर एनिमल हसबेंडरी मिल्क एंड पोल्ट्री फार्मिंग एंड फिशरीज, भारतीय कला का इतिहास, स्टिल लाइफ एंड डिजाइन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य, विज्ञान के तत्व और वोकेशनल कोर्सेज के प्रथम द्वितीय और तृतीय प्रश्न पत्र शामिल हैं. 10वीं में हिंदी,अंग्रेजी संस्कृत,उर्दू, द्वितीय एवं तृतीय भाषा हिंदी, वहीं मूक बधिर और दिव्यांग छात्रों के लिए भी 10वीं और 12वीं में इन्हीं विषयों की परीक्षा ली जानी है.
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First published: May 10, 2020, 12:30 PM IST